अनंत......
वह अनंत है,
वह परब्रह्म है,
इस जगत का निर्माता,
वह क्रोध है, वह प्रेम है,
वह अनंत है,
वह सत्य है, वह वहम है,
इस जगत का निर्माता,
वह अनंत है,
वह परोपकारी भी है,
उसमे समाया सबका अहम है,
इस जगत का निर्माता,
वह अनंत है,
जिसकी नीव पर है यह जगत,
वह धर्म है,
हर मानव करता ,
वह कर्म है,
वह अनंत है,
वह मृत्यु है, वह जन्म है,
इस जगत का निर्माता ,
वह स्वयं जगत है,
वह अनंत है ।।