सुनो ना - RIDDHI SARAYA

सुनो ना,

आज बातें हो रही है

तो बात करो ना |

सुनो ना,

कल की बातें भुलाकर

कल के बारे मे बिना सोचे

थोड़ी सी आज हसी मज़ाक करो ना |

सुनो ना,

आज थोड़ी मेरी भी सुनो

थोड़ी खुद की भी सुनाओ

आओ मैं एक "कट्टिंग " चाय पिलाऊँ

और तुम थोड़ी अपनी बॉस की बुराई करो ना |

सुनो ना,

मुझे भी बताओ

कल "boys night out" कैसा रहा

थोड़ी खुशी दोस्तों के साथ एक पेग पर बाटी

आज थोड़ा सा गम मेरे साथ एक "cup" चाय पर बाटों ना |

सुनो ना,

पिछले हफ्ते "McDonalds" से मंगवाया था

आज तुम, तुम्हारी "स्पेशल" पनीर बनाओ

मैं थोड़ी टेढ़ी मेढ़ी रोटी बनाऊँ

आओ चलो ना आज साथ मिलकर थोड़ी मोहब्बत अदा करे ना |

सुनो ना,

येह जो मेरे लिए कुछ "ऑर्डर" करते हो

और करने से पहले पूछते हो

और हर बार यूँ ना ना करते करते हाँ करवा देते हो

वो बिना पूछे बस कर दिया करो ना |

सुनो ना,

बहुत दिन हो गए

आओ ना मेरी लिखी हुई कविता सुन्कर, चुटकियाँ बजाकर,

"हाय! क्या लिखा है "

कहो ना |

सुनो ना,

आज बातें हो रही है

तो बात करो ना |