किसान | Nilesh Tiwari

THE FOLLOWING POEM WAS SELECTED IN WINGWORD POETRY PRIZE 2023 LONGLIST.

मैं, एक किसान हूँ I

उगाता हूँ मैं प्यार की फसल,

झोली में भर रखे हैं मैंने,

जज्बातों के गुलाल की फसल I

सपनों में,

मिलता हूँ मैं,

कहता हूँ उससे,

देख,

मेरी चाहत तमाम की फसल I

बैलों पे रखे हैं मैंने,

कई तारे,

चाँद की फसल I

कहती है वो,

आएगी,

साल दर साल,

पानी देता मैं, उसके इंतज़ार की फसल I

खो कर,

पिछला साल,

खुश होता मैं,

बो कर,

अगले साल की फसल।